महाराज सिंह कॉलिज, सहारनपुर
कुल गीत
गौरवमय अतीत मनभावन, वर्तमान हर्षाता है,
एम एस कालेज, नगर सहारनपुर का मान बढ़ाता है।
बाबू महाराज सिंह जी ने इसकी पौध लगाई थी,
कर सर्वस्व दान, विद्या की पावन अलख जगाई थी,
पुण्य प्रताप निरन्तर उनका सच्चा मार्ग दिखाता है। एम एस कालेज नगर ….. ॥ १ ॥
सी सी एस यूनिवर्सिटी का यह उत्तम शिक्षा केन्द्र बना,
कला और विज्ञान, शोध का स्तर ऊंचा कई गुना,
’विद्या ददाति विनयम्’ इसका सूत्र वाक्य सिखलाता है। एम एस कालेज नगर ….. ॥ २ ॥
शिक्षक, प्रबन्धतंत्र, कर्मी औ विद्यार्थी सभी मिल कर,
निष्ठा से पालन करते हैं निज कर्तव्यों का शुभकर,
ज्ञान गगन में इसीलिये, इसका परचम लहराता है। एम एस कालेज नगर ….. ॥ ३ ॥
उत्तर में शाकंभरी मैया, धर्म ध्वजा को धारे है,
दक्षिण में दारुल उलूम मानव का हृदय निखारे है,
उनसे प्रेरित होकर कालेज, नित सद्भाव लुटाता है। एम एस कालेज नगर ….. ॥ ४ ॥
यही निवेदन मातु शारदे, हम सबमें नैतिक बल हो,
देश प्रेम, मानव में निष्ठा, सच्चाई का सम्बल हो,
तेरी अनुकम्पा से मइया, भाग्य भवन खुल जाता है। एम एस कालेज नगर ….. ॥ ५ ॥
इस गीत को यहां पर सुना जा सकता है।
गीतकार : डा. विजेन्द्र पाल शर्मा
संगीतकार : संजीव झिंगरन
स्वर – पुरुष – संजीव झिंगरन, स्त्री – आस्था शर्मा । समूह – एम.एस. कॉलिज के छात्र-छात्राएं
वाद्य संयोजन – विवेक आर्यन
सहायक – संजीव भाटिया
विशेष सहयोग – डा. अजय कुमार शर्मा, (विभागाध्यक्ष – अंग्रेज़ी विभाग), संयोजक, म्यूज़िक क्लब।